वतन की राह में वतन के नौजवान शहीद हो
Watan Ki Rah Me Watan Ke Naujawan.. Lyrics in Hindi | Desh Bhakti Songs | Mohammad Rafi |Khan Mastana - Mohammad Rafi, Khan Mastana Lyrics
Singer | Mohammad Rafi, Khan Mastana |
Lyrics :-
वतन की राह में वतन के नौजवां शहीद हो।
पुकारते हैं ये ज़मीन-ओ-आसमां शहीद हो।
शहीद तेरी मौत ही तेरे वतन की जिन्दगी,
तेरे लहू से जाग उठेगी इस चमन की जिन्दगी,
खिलेंगे फूल उस जगह पे तू जहाँ शहीद हो,
वतन की राह में वतन के नौजवां शहीद हो।
गुलाम उठ वतन के दुश्मनों से इंतक़ाम ले,
इन अपने दोनों बाज़़ुओं से खंजरों का काम ले,
चमन के वास्ते चमन के बाग़बां शहीद हो,
वतन की राह में वतन के नौजवां शहीद हो।
पहाड़ तक भी कांपने लगें तेरे जुनून से,
तू आसमां पे इन्क़लाब लिख दे अपने खून से,
ज़मीं नहीं तेरा वतन है आसमां शहीद हो,
वतन की राह में वतन के नौजवां शहीद हो।
वतन की लाज जिसको थी अज़ीज़ अपनी जान से,
वो नौजवान जा रहा है आज कितनी शान से,
इस एक जवां की खाक़ पर हर एक जवां शहीद हो,
वतन की राह में वतन के नौजवााँ शहीद हो।
है कौन खुशनसीब माँ कि जिसका ये चिराग़ है,
वो ख़ुशनसीब है कहाँ ये जिसके सर का ताज है,
अमर वो देश क्यूँ न हो कि तू जहाँ शहीद हो,
वतन की राह में वतन के नौजवां शहीद हो।
पुकारते हैं ये ज़मीन-ओ-आसमां शहीद हो।
शहीद तेरी मौत ही तेरे वतन की जिन्दगी,
तेरे लहू से जाग उठेगी इस चमन की जिन्दगी,
खिलेंगे फूल उस जगह पे तू जहाँ शहीद हो,
वतन की राह में वतन के नौजवां शहीद हो।
गुलाम उठ वतन के दुश्मनों से इंतक़ाम ले,
इन अपने दोनों बाज़़ुओं से खंजरों का काम ले,
चमन के वास्ते चमन के बाग़बां शहीद हो,
वतन की राह में वतन के नौजवां शहीद हो।
पहाड़ तक भी कांपने लगें तेरे जुनून से,
तू आसमां पे इन्क़लाब लिख दे अपने खून से,
ज़मीं नहीं तेरा वतन है आसमां शहीद हो,
वतन की राह में वतन के नौजवां शहीद हो।
वतन की लाज जिसको थी अज़ीज़ अपनी जान से,
वो नौजवान जा रहा है आज कितनी शान से,
इस एक जवां की खाक़ पर हर एक जवां शहीद हो,
वतन की राह में वतन के नौजवााँ शहीद हो।
है कौन खुशनसीब माँ कि जिसका ये चिराग़ है,
वो ख़ुशनसीब है कहाँ ये जिसके सर का ताज है,
अमर वो देश क्यूँ न हो कि तू जहाँ शहीद हो,
वतन की राह में वतन के नौजवां शहीद हो।
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